अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कविता | अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस शायरी
हर साल, 8 मार्च को महिला दिवस समारोह मनाया जाता है, इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। और भावनाओं और कृतज्ञता को व्यक्त करने का महिला दिवस की कुछ प्यारी कविताओं से बेहतर तरीका क्या हो सकता है! महिला दिवस का इतिहास 1900 के दशक की शुरुआत का है, जब महिलाओं ने पहली बार अपने अधिकारों की मांग करना और लैंगिक समानता की वकालत करना शुरू किया था। सदियों से, कविताओं का उपयोग अपने विषयों को आदर्श बनाने और उनकी प्रशंसा करने के लिए किया जाता रहा है, और यह दिन महिला दिवस के संदेशों और शुभकामनाओं के साथ-साथ हमारे आसपास की महिलाओं की उपलब्धियों, धैर्य और संपूर्ण व्यक्तित्व का सम्मान करने के लिए एकदम सही है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कविता
नारी का सम्मान ही, पौरूषता की आन,
नारी की अवहेलना, नारी का अपमान।
मां-बेटी-पत्नी-बहन, नारी रूप हजार,
नारी से रिश्ते सजे, नारी से परिवार।
नारी बीज उगात है, नारी धरती रूप,
नारी जग सृजित करे, धर-धर रूप अनूप।
नारी जीवन से भरी, नारी वृक्ष समान,
जीवन का पालन करे, नारी है भगवान।
नारी में जो निहित है, नारी शुद्ध विवेक,
नारी मन निर्मल करे, हर लेती अविवेक।
पिया संग अनुगामिनी, ले हाथों में हाथ,
सात जनम की कसम, ले सदा निभाती साथ।
हर युग में नारी बनी, बलिदानों की आन,
खुद को अर्पित कर दिया, कर सबका उत्थान।
नारी परिवर्तन करे, करती पशुता दूर,
जीवन को सुरभित करे, प्रेम करे भरपूर।
प्रेम लुटा तन-मन दिया, करती है बलिदान,
ममता की वर्षा करे, नारी घर का मान।
मीरा, सची, सुलोचना, राधा, सीता नाम,
दुर्गा, काली, द्रौपदी, अनसुइया सुख धाम।
मर्यादा गहना बने, सजती नारी देह,
संस्कार को पहनकर, स्वर्णिम बनता गेह।
पिया संग है कामनी, मातुल सुत के साथ,
सास-ससुर को सेवती, रुके कभी न हाथ।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
अपने बच्चों की रचनात्मकता को जागृत करने के लिए कुछ अद्भुत और प्रेरक कविताओं के साथ 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाएँ। आप इन कविताओं को अपने बच्चों को कक्षा में या घर पर पढ़ सकते हैं। एक और अच्छा विचार यह है कि अपने बच्चों को अपने पढ़ने के कौशल का अभ्यास करने और अपनी शब्दावली का विस्तार करने के लिए इन कविताओं को ज़ोर से पढ़ने की चुनौती दें।
मुस्कुराकर, दर्द भूलकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी
हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी।
नारी एक मां है, उसकी पूजा करो।
नारी एक भाभी है, उसका आदर करो।
नारी एक बहन है, उससे स्नेह करो।
नारी एक पत्नी है, उससे प्रेम करो।
नारी एक औरत है, उसका सम्मान करो।
क्यों कहती है दुनिया कि नारी कमजोर हैं,
आज भी नारी के हाथों में घर चलाने की डोर हैं।
Happy Women’s Day !
लोग कहते हैं तेरा क्या अस्तित्व नारी,
दुःखों को दूर कर,
खुशियों को बिखेरे नारी।
Happy Women’s Day !
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस शायरी
हर दिन महिला दिवस है. लेकिन 8 मार्च का दिन थोड़ा खास है, प्रत्येक वर्ष इसे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता दी जाती है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाना है। 1967 में महिला अधिकार आंदोलन द्वारा और एक दशक बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाया गया, वैश्विक दिवस महिलाओं के लिए एक बेहतर दुनिया प्राप्त करने की दिशा में प्रतिबिंबित करने और काम करना जारी रखता है। इस अवसर के लिए, हमने महिला दिवस की कविताओं के रूप में महिला लेखकों और कवियों की कुछ बेहतरीन कृतियों को एकत्रित किया है, जिन्हें आप महिला दिवस के उद्धरणों के साथ उन लोगों के साथ साझा कर सकते हैं जो आपके जीवन में आपको मजबूत करते हैं और आपका समर्थन करते हैं।
दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई
जिस घर मे मेरे नाम की तख्ती भी नहीं
सारी उम्र उस घर को सजाने में गुजर गई
अपमान मत करना नारियो का
इनके बल पर तो जग चलता है
अरे मर्द भी जन्म लेकर इन्ही की तो गोद में पलता है
जिसने बस त्याग ही त्याग किए
जो बस दूसरों के लिए जिए
फिर क्यों उसको धिक्कार दो
उसे जीने का अधिकार दो
महिला दिवस की शुभकामनाएं
क्यों त्याग करे नारी केवल क्यों नर दिखलाए झूठा बल
नारी जो जिद्द पर आ जाए अबला से चण्डी बन जाए
उस पर न करो कोई अत्याचार तो सुखी रहेगा घर-परिवार
महिला दिवस की हार्दिक बधाई