ब्रेस्ट कैंसर की पहचान | ब्रेस्ट कैंसर सिम्पटम्स
ब्रेस्ट कैंसर की पहचान और ब्रेस्ट कैंसर सिम्पटम्स क्या हैं?
ब्रेस्ट कैंसर अक्सर स्तन में गांठ होने से जुड़ा होता है। हालाँकि, आपके लक्षण आपके विशिष्ट प्रकार के स्तन कैंसर के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। हालाँकि यह सच है कि कई रोगियों में गांठ होती है, बिना गांठ के भी ब्रेस्ट कैंसर होना संभव है । इसलिए अन्य संकेतों और लक्षणों को जानना महत्वपूर्ण है।
जब ब्रेस्ट कैंसर के उपचार के विकल्पों की बात आती है तो स्तन कैंसर का शीघ्र पता लगाना महत्वपूर्ण है । यदि आप अपने स्तनों में किसी भी नए बदलाव को लेकर चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से अपने लक्षणों की समीक्षा करने और यह निर्धारित करने के लिए कहें कि क्या आगे के मूल्यांकन की आवश्यकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रारंभिक चेतावनी संकेत और लक्षण
स्तन में दर्द रहित गांठ आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर का पहला संकेत है, हालाँकि आप इसे स्वयं महसूस नहीं कर सकते हैं। इसके बजाय, नियमित स्क्रीनिंग मैमोग्राम द्वारा कई गांठों का पता लगाया जाता है। वास्तव में, निदान के समय, अधिकांश महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होता है। जब ब्रेस्ट कैंसर के प्रारंभिक चरण में ट्यूमर छोटा होता है , तो यह स्पर्श या नग्न आंखों से शायद ही ध्यान देने योग्य होता है। इसलिए मैमोग्राम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के कुछ सामान्य, प्रारंभिक चेतावनी संकेतों में शामिल हैं:
त्वचा में परिवर्तन, जैसे सूजन, लालिमा, या एक या दोनों स्तनों में अन्य दृश्यमान अंतर
स्तनों के आकार में वृद्धि या परिवर्तन
एक या दोनों निपल्स की उपस्थिति में परिवर्तन
स्तन के दूध के अलावा निपल से स्राव होना
स्तन के किसी भी हिस्से में सामान्य दर्द
स्तन पर या उसके अंदर गांठ या गांठें महसूस होना
महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है। ब्रेस्ट कैंसर एक गंभीर स्थिति हो सकता है, लेकिन समय पर पहचान और जांच से इसे प्रभावी तरीके से नियंत्रित और उपचारित किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर की पहचान जल्दी करने से इसका इलाज आसान हो सकता है और इससे जीवन बचाया जा सकता है।
यहां ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए कुछ सामान्य लक्षण और सुरक्षात्मक उपाय दिए गए हैं, जिनकी मदद से महिलाएं अपने शरीर में होने वाले बदलावों को पहचान सकती हैं:
1. स्तनों में गांठ (Lumps in the Breasts)
- सबसे आम लक्षण गांठ का होना है। यदि स्तन में कोई असामान्य गांठ महसूस हो, तो यह ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है। हालांकि, अधिकांश गांठें गैर-कैंसरous (benign) होती हैं, लेकिन किसी भी नई गांठ को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- गांठ अक्सर बिना दर्द के होती है, लेकिन कभी-कभी इसमें हल्का दर्द भी हो सकता है।
2. स्तनों का आकार या आकार में बदलाव (Change in Size or Shape)
- स्तनों का आकार या आकार में अचानक बदलाव भी ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है। अगर स्तन का आकार असमान या अव्यक्त (asymmetrical) हो जाए, तो इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
- कभी-कभी एक स्तन दूसरे से बड़ा या ज्यादा गड़ा हुआ हो सकता है।
3. त्वचा में बदलाव (Skin Changes)
- त्वचा पर धब्बे या पीलापन (redness) हो सकते हैं, या त्वचा में किसी प्रकार की सूजन हो सकती है।
- अगर स्तन की त्वचा पर द्रव का रिसाव या रिंकल्स (wrinkling) नजर आए तो यह भी एक चेतावनी का संकेत हो सकता है।
4. निपल्स में बदलाव (Changes in the Nipples)
- अगर निपल्स में किसी प्रकार का बदलाव आए, जैसे कि वे अंदर की ओर मुड़ने लगें (inversion), या निपल्स से किसी प्रकार का द्रव (liquid discharge) निकलने लगे, तो यह भी ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है।
- रक्त या पीप जैसा द्रव निकलना भी एक गंभीर संकेत हो सकता है।
5. दर्द (Pain)
- स्तन में दर्द आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर का प्रारंभिक लक्षण नहीं होता, लेकिन कभी-कभी कैंसर से प्रभावित स्तन में दर्द या जलन महसूस हो सकती है।
- अगर दर्द लगातार हो या बढ़ता जाए, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
6. लिम्फ नोड्स में सूजन (Swelling of Lymph Nodes)
- ब्रेस्ट कैंसर कभी-कभी अंडरआर्म (अक्षिलरी) लिम्फ नोड्स में सूजन का कारण बनता है। अगर आपकी बाहों के नीचे गांठ या सूजन महसूस हो तो यह कैंसर के फैलने का संकेत हो सकता है।
7. स्तन के आसपास की त्वचा में सूजन या लालिमा (Swelling or Redness around the Breast)
- अगर स्तन के आसपास की त्वचा में अचानक सूजन, लालिमा, या खुजली हो, तो यह एक और चेतावनी का संकेत हो सकता है।
- यह लक्षण त्वचा के कैंसर (inflammatory breast cancer) का हिस्सा हो सकते हैं, जो स्तन के अंदर के टिशू में तेजी से फैलता है।
ब्रेस्ट कैंसर के लिए स्क्रीनिंग और परीक्षण (Screening and Testing for Breast Cancer)
अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण महसूस हों या अगर परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास हो, तो नियमित स्क्रीनिंग और परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण हैं। निम्नलिखित स्क्रीनिंग विधियां ब्रेस्ट कैंसर की पहचान में मदद कर सकती हैं:
1. मैमोग्राफी (Mammography)
- मैमोग्राफी एक एक्स-रे आधारित टेस्ट है जो स्तन के अंदर के टिशू की जांच करता है। यह महिलाओं को बिना लक्षणों के भी ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने में मदद करता है।
- 40 साल से ऊपर की महिलाओं को साल में एक बार मैमोग्राफी करानी चाहिए, और 50 साल से ऊपर की महिलाओं को नियमित रूप से इसकी सिफारिश की जाती है।
2. यूएसजी (Ultrasound)
- अल्ट्रासाउंड का उपयोग मैमोग्राफी से अधिक स्पष्ट चित्र प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। अगर किसी गांठ को संदिग्ध पाया जाता है, तो अल्ट्रासाउंड से यह तय किया जा सकता है कि यह ठोस है या तरल पदार्थ से भरा है।
3. बायोप्सी (Biopsy)
- अगर किसी गांठ को कैंसर का संदेह होता है, तो डॉक्टर बायोप्सी की सलाह दे सकते हैं। इस प्रक्रिया में प्रभावित टिशू का एक छोटा हिस्सा लिया जाता है और उसे माइक्रोस्कोप के तहत जांचा जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह कैंसरous है या नहीं।
4. जनैतिक परीक्षण (Genetic Testing)
- अगर परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास है, तो BRCA1 और BRCA2 जैसे जीन के लिए परीक्षण किया जा सकता है, जो ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर की रोकथाम (Prevention of Breast Cancer)
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं:
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन नियंत्रित करें।
- अल्कोहल का सेवन कम करें और धूम्रपान से बचें।
- रजोनिवृत्ति के बाद एस्ट्रोजन की एक्सटर्नल सप्लीमेंटेशन से बचें:
- रजोनिवृत्ति के बाद एस्ट्रोजन-प्रोवोक्ड हॉर्मोनल थेरपी से बचें, क्योंकि यह ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
- मातृत्व और स्तनपान (Breastfeeding):
- स्तनपान से ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम कम हो सकता है, क्योंकि यह हार्मोनल परिवर्तनों को प्रभावित करता है।
- नियमित स्क्रीनिंग:
- महिलाओं को 40 साल की उम्र से नियमित मैमोग्राफी करानी चाहिए और खुद के स्तन की नियमित जांच करनी चाहिए।
महिला दिवस के इस अवसर पर, यह समझना आवश्यक है कि ब्रेस्ट कैंसर की पहचान समय रहते होने से इलाज के परिणाम बेहतर हो सकते हैं। स्वास्थ्य जांच, स्वयं जांच, और प्रारंभिक पहचान से ब्रेस्ट कैंसर को नियंत्रित और उपचारित किया जा सकता है। अपने शरीर को लेकर जागरूक रहें और नियमित रूप से अपनी स्तन स्वास्थ्य की जांच करें। अगर आपको किसी भी प्रकार का लक्षण या बदलाव महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
ब्रेस्ट कैंसर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता चल सकता है?
स्तन कैंसर का कभी-कभी लक्षण दिखने के बाद पता चलता है, लेकिन स्तन कैंसर से पीड़ित कई महिलाओं में कोई लक्षण नहीं होते हैं। यही कारण है कि नियमित स्तन कैंसर की जांच बहुत महत्वपूर्ण है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और संकेत क्या है?
स्तन कैंसर का सबसे आम लक्षण एक नई गांठ या द्रव्यमान है, लेकिन अन्य लक्षण भी संभव हैं। स्तन में किसी भी बदलाव की स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से जांच कराना महत्वपूर्ण है।
ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए इमेजिंग परीक्षण
स्तन कैंसर की जांच और निदान के लिए विभिन्न परीक्षणों का उपयोग किया जा सकता है। यदि ऐसे लक्षण हैं जो स्तन कैंसर का संकेत दे सकते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करने के लिए अधिक परीक्षणों की आवश्यकता होगी कि क्या यह कैंसर है।
बायोप्सी क्या होता है?
बायोप्सी तब की जाती है जब मैमोग्राम, अन्य इमेजिंग परीक्षण, या शारीरिक परीक्षा में स्तन में परिवर्तन दिखाई देता है जो कैंसर हो सकता है। बायोप्सी यह निश्चित रूप से जानने का एकमात्र तरीका है कि यह कैंसर है या नहीं।
गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाना
गर्भावस्था के दौरान स्तन कैंसर दुर्लभ है। लेकिन अगर आपको अपने स्तनों में कोई गांठ दिखती है या कोई असामान्य परिवर्तन दिखाई देता है जो आपके लिए चिंता का विषय है, तो तुरंत अपने डॉक्टर या नर्स को बताएं।